जल जीवन मिशन के तहत आमुखीकरण कार्यशाला संपन्न

दुष्यंत सिंह गहलोत

सुल्तानपुर (मातृभूमि न्यूज़)। कोटा कल मीटिंग में जल जीवन मिशन के तहत गांव की पेयजल योजनाएं जनता की सहभागिता से ही संचालित एवं संधारित होंगी। ग्राम की ग्राम एवं स्वच्छता समिति गांव की पेयजल योजनाओं का संचालन संधारण कर ग्रामीण जन को पेयजल मुहैया कराएगी इसके लिए जनप्रतिनिधि आम जनता को जागरूक करें यह उद्गार सुल्तानपुर पंचायत समिति प्रधान कृष्णा शर्मा ने जल जीवन मिशन के तहत पंचायत समिति सभागार सुल्तानपुर में आमुखीकरण कार्यशाला मे मुख्य अतिथि के रूप में कही।

प्रधान कृष्णा शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन भारत सरकार एवं राज्य सरकार की महत्वपूर्ण हर घर जल हर घर नल की योजना है इसके सफल क्रियान्वयन में जनप्रतिनिधियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है इसके लिए जनप्रतिनिधि आमजन की सहभागिता लेने के लिए पूर्ण प्रयास कर आमजन को स्वच्छ पेयजल पिलाने में अपनी भागीदारी निभाएं। पंचायत समिति के उपप्रधान नरेश नरूका ने कहा कि जल जीवन मिशन ग्रामीणों को स्वस्थ  पेयजल उपलब्ध हो सकेगा इसके लिए जन सहभागिता राशि जमा करवाएं तथा हर गांव में पेयजल व्यवस्था सुलभ हो यह अधिकारी व्यवस्था करें।  

पंचायत समिति के विकास अधिकारी मजहर इमाम ने जल जीवन मिशन के लक्ष्य पर प्रकाश डालते हुए योजना के स्वामित्व के लिए जनभागीदारी को अहम बताया।

जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सहायक अभियंता एम बी मीणा ने सुल्तानपुर पंचायत समिति क्षेत्र में चल रहे जल जीवन मिशन के कार्यों के बारे में जानकारी दी।

मुख्य प्रशिक्षक एवं डब्लयू एस एस ओ परामर्शदाता कमल शर्मा ने जल जीवन मिशन के लक्ष्य वर्ष 2024 तक हर घर जल हर घर नल एवं उद्देश्य  के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के विभिन्न कार्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

शर्मा ने जल जीवन मिशन के लक्ष्य एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए पेयजल गुणवत्ता के विभिन्न आयामों एवं भारतीय मानक ब्यूरो के निर्धारित मात्राओं के बारे में बताते हुए स्वच्छ एवं गुणवत्ता युक्त पेयजल के बारे में बताया । जल प्रदूषण के विभिन्न कारणों की ओर बताते हुए ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति से जन जागरूकता निरंतर करते रहने का आह्वान किया। शर्मा ने कहा कि जल जीवन मिशन में 90 फ़ीसदी राशि केंद्र एवं राज्य सरकार वहन करेगी साथ ही 10 फ़ीसदी राशि जन सहभागिता से  ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के माध्यम से एकत्रित किया जाना है। जनता का अंशदान होगा तो जनता इससे अपनी योजना समझ कर भागीदार बनेगी। इसमें जनप्रतिनिधियों  की भागीदारी जरूरी है।

इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य एवं ग्राम पंचायतों के सरपंच गण उपस्थित रहे पंचायत समिति सदस्य एवं सरपंचों ने पेयजल व्यवस्था से संबंधित विभिन्न समस्याओं को से भी कार्यशाला के दौरान अवगत कराया तथा उनके निराकरण का आग्रह किया तथा जल जीवन मिशन में अन्य गांव में कार्य शुरू करने का आग्रह भी किया। सहायक अभियंता ने समस्याओं के संदर्भ में मौके पर जाकर निराकरण का भरोसा दिया।

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