माँजी
जैसलमेर (मातृभूमि न्यूज़)। जैन धर्म के सबसे पवित्र 20 तीर्थंकरों एवं अनंतानंत पुण्यात्माओं की मोक्ष स्थली सम्मेद शिखर तीर्थ को झारखंड सरकार द्वारा पर्यटन स्थल घोषित करने के विरोध में अखिल भारतीय जैन संघ के आव्हान पर जैन संघ जैसलमेर ने प्रदर्शन कर सम्मेद शिखर बचाओ अभियान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
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जैसलमेर जैन संघ ने मुनि निपुणचंद्र सागर महाराज तथा मुनि अर्हमचंद्र सागर महाराज की अगुवाई में जैन भवन से कलेक्टर आफिस तक रैली निकाली जिसका नगर के सभी समाजों ने समर्थन किया। मुनि निपुणचंद्र सागर महाराज ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि जैन धर्म के तीन सबसे पवित्र तीर्थ स्थल सम्मेद शिखर, शत्रुंजय एवं गिरनार आज संकट में है। तीनों ही तीर्थों की विधर्मियों द्वारा मर्यादा भंग कर तीर्थ के मूल स्वरूप को रूपांतरित करने का प्रयास किया जा रहा है | झारखंड सरकार ने राजस्व वसूली के लिए सम्मेद शिखर जैसी पवित्र भूमि को पर्यटन स्थल घोषित कर सभी धर्मावलंबियों के हृदय को आहत कर उनकी आस्था को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के अहिंसा मार्ग को जो भी कमजोर समझने की भूल कर रहे हैं उन्हें हमारा इतिहास जान लेना चाहिए | उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि झारखंड सरकार अपने निर्णय को वापिस लेकर सम्मेद शिखर की मर्यादा के रक्षण का कार्य करे अन्यथा राष्ट्रीय स्तर पर जैन समाज मिलकर ठोस कार्यवाही करेगा। इस अवसर पर सकल जैसलमेर जैन संघ, जैन ट्रस्ट के ट्रस्टी,जिन कुशल युवा मंडल, मणिधारी विकास परिषद्, पार्श्व महिला मंडल के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य, भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्र प्रकाश शारदा, भाजपा जिला महामंत्री सुशील व्यास, खाद्य व्यापार संघ के विजय बिसानी, परसुराम चौक के विक्रम चूरा, जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी जोधपुर के पूर्व अध्यक्ष कुणाल सिंह अड़बाला उपस्थित रहे।