राजेश खोईवाल

बूंदी (मातृभूमि न्यूज)। एबीवीपी का छात्रसंघ चुनाव में 70% सीटों पर दबदबा बाकी 30% में अन्य सभी संगठन। 20 में से 14 सीटों पर एबीवीपी की जीत, इस वर्ष 11 हजार नये सदस्य जोड़ेंगे।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बूंदी जिले के समस्त छात्र संघ पदाधिकारीसभी नगर मंत्री और जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओंकी बैठक सेवा भारती कार्यालय रखी गई जिस दौरान विभाग संगठन मंत्री संजय सिंह का प्रवास रहा विभाग संगठन मंत्री ने बताया की हाल ही में हुए छात्रसंघ चुनाव में विद्यार्थी परिषद का पूरे राजस्थान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है और बूंदी जिले में सभी पांच महाविद्यालय में 20 में से 14 छात्रसंघ पदाधिकारी विद्यार्थी परिषद के जीते है जिले में लगभग सभी महाविद्यालयों में विद्यार्थी परिषद का पैनल है जो कि एबीवीपी की ज्ञान शील एकता का परिचय से लगातार विद्यार्थियों के संपर्क में रहने और छात्रहित में काम करने के कारण विद्यार्थी परिषद के प्रति महाविद्यालय के छात्रों ने अपना विश्वास जताया है आगामी योजनाएं सदस्यता अभियान 8 सितंबर से शुरू होने वाला है जिसमें सभी महाविद्यालय, स्कूल, सभी कोचिंग संस्थान में जाकर विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता सदस्यता अभियान शुरू करेगा पूरे जिले भर से 11 हजार सदस्य विद्यार्थी परिषद से जोड़ने का लक्ष्य है इस दौरान वहां ऋतिक मेहरा, विभाग संयोजक पंकज गुर्जर, छात्रसंघ अध्यक्ष प्रत्याशी धर्मेंद्र चौहान, घासी लाल गुर्जर, अध्यक्ष नैनवा खुशीराम सैनी, अध्यक्ष प्रत्याशी देवप्रकाश गुर्जर, अभिषेक लटाला अध्यक्ष निशा हाड़ा, विक्रम हाड़ा, उपाध्यक्ष आयुष ब्रजवासी, महासचिव प्रत्यासी मीनाक्षी सैनी सयुक्त सचिव रोहित सिंह हाडा, उपाध्यक्ष लक्ष्मी मीणा, महासचिव निशा शर्मा सचिव रसीला गुर्जर, उपाध्यक्ष प्राची शर्मा महासचिव कशिश राठौर, सह सचिव जय सिंह चौहान, उपाध्यक्ष राम सिंह बेरवा, नरेश भड़ाना, भोजराज गुर्जर मन्नश त्रिवेदी, चिराग सिंह, नितेश जांगिड़, आर्यन माहेश्वरी, कुनाल गहलोत, राघव नागर, कारण गुर्जर, सुखविंद्र सिंह, आदि मौजूद रहे।

अभी वर्तमान में राजस्थान में जितने भी छात्रसंघ का चुनाव लड़े हैं उनमें से एक भी विद्यार्थी का परीक्षा परिणाम नहीं आया है अब परीक्षा परिणाम आने शुरू हुए हैं जो विद्यार्थी चुनाव जीता है और उसका परीक्षा परिणाम फेल आता है तो उस विद्यार्थी को छात्रसंघ पद से हटना पड़ेगा जो कि राजस्थान सरकार की गलती है राजस्थान सरकार को जल्दबाजी में चुनाव नहीं करवाने चाहिए थे सभी विद्यार्थियों के परीक्षा परिणाम आने के बाद ही चुनाव करवानी चाहिए थे। बूंदी में एबीवीपी के समस्त पूर्व कार्यकर्ताओं की अनदेखी और मैनेजमेंट की वजह से बूंदी के सबसे बड़े राजकीय महाविद्यालय बूंदी में अध्यक्ष पद पर हार का सामना करना पड़ा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: