जयपुर (मातृभूमि न्यूज़)। 5 सितम्बर शिक्षक दिवस पर बिड़ला ऑडिटोरियम में शिक्षा मंत्री के भाषण के वक्त उर्दू शिक्षक अमीन कायमखानी के द्वारा की गई बहस के पश्चात हुए घटनाक्रम जिसमें शिक्षा विभाग द्वारा उर्दू शिक्षक अमीन कायमखानी को निलंबन करने का विरोध पूरे राजस्थान में रक़मा संगठन द्वारा पुरज़ोर तरीके से किया जा रहा है एवम संगठन हर जिले में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दे रहा है।
उक्त घटना के क्रम में राजस्थान उर्दू बचाओ आंदोलन संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक शमशेर भालू खान गांधी, राज अधिकारी कर्मचारी माइनॉरिटी एसोसिएशन RAKMA प्रदेश अध्यक्ष ज़ाहिद अली, प्रदेश अध्यक्ष अता हुसैन क़ादरी कायमखानी बीकानेर, कायमखानी समाज के समाज सेवी रमज़ान खाँ कायमखानी एवं ज़मीयतुल कुरेश से साजिद क़ूरेशी बीकानेर, बशीर अहमद क़ूरेशी सीकर, नागौरी लोहार समाज के ज़ाकिर हुसैन नागौरी, अक़रम नागौरी, दैया समाज से अबरार रोशन के सामूहिक नेतृत्व में शिक्षा मंत्री बी. डी. कल्ला से बड़ी आत्मीयता से मुलाकात हुई जिसमे अमीन कायमखानी अध्यापक को निलंबन से बहाल करने पर चर्चा की। शिक्षा मंत्री से 45 मिनट लम्बी चर्चा में क्रमोन्नत विद्यालय में उर्दू विषय खोलने, रीट में उर्दू के पद बढ़ाने, कक्षा 1 से 5 में उर्दू बहाल करने, रीट में उर्दू के सिलेबस को सरल करने एवं तय समय पर उर्दू किताबों की सप्लाई पर विस्तृत रूप से अपनी बात रखी। मंत्री ने उर्दू शिक्षक अमीन कायमखानी के निलंबन को रद्द करके जल्द बहाल करने का विश्वास दिलाया।