समाज के लोगों को प्रेरित कर, बढ़ा रहे हैं, नेत्रदान
दुष्यंत सिंह गहलोत
कोटा (मातृभूमि न्यूज़)। गुमानपुरा निवासी विनोद नागवानी काफी समय से शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ नेत्रदान-अंगदान और देहदान अभियान में कार्य कर रहे हैं,उन्होंने प्रण ले रखा है कि,कभी भी उनके परिवार या रिश्तेदारों में कहीं कोई मृत्यु होती है, तो उनका पूरा प्रयास रहेगा कि,वह देवलोक गामी परिजन के नेत्रदान का कार्य करवा सकें।
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बीते वर्षों में अभी तक परिवार और रिश्तेदारों में तीन परिजनों का देवलोक गमन हुआ, तीनों ही परिवारों की नेत्रदान के लिए समझाइश की गयी,सभी की सहमति भी मिली,उनमें से 2 का नैत्रदान हुआ, एक परिजन का नैत्रदान कोरोना बीमारी में नेत्रदान का कार्य बंद होने से संभव नहीं हो सका। विनोद के पिता रमेश चंद्र नागवानी का वर्ष 2018 में नेत्रदान संपन्न हुआ, जहाँ इन्होंने सबसे पहले जाना,कि नेत्रदान में सिर्फ कॉर्निया लिया जाता है,पूरी आँख नहीं निकाली जाती है,और ना ही इस प्रक्रिया के दौरान कोई रक्त निकलता है,उसी समय से ही विनोद जी ने निश्चित कर लिया था की समाज,मित्र और रिश्तेदारों की ओर से कभी भी कोई शोक की खबर कहीं से आएगी, तो उनका नेत्रदान जरूर करवाना होगा। इसी क्रम में आज विनोद जी की मौसी सोनिया मेलानी (48 वर्ष) पत्नि राजकुमार मेलानी का आकस्मिक निधन हुआ तो उन्होंने पहले से ही इनके बेटे कुलदीप मेलानी औऱ परिवार के अन्य सदस्यों से नेत्रदान के संदर्भ में बात कर ली थी और रात 2:30 बजे संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के सदस्यों को संपर्क किया, जिसके उपरांत न्यू साबरमती कॉलोनी, स्थित निवास पर नेत्रदान की प्रक्रिया को इबीएसआर कोटा चैप्टर के टेक्नीशियन टिंकू ओझा और डॉ कुलवंत गौड़ ने पूरा किया।