राजेश खोईवाल
बूंदी (मातृभूमि न्यूज़)। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी में तिरंगा ध्वजारोहण के साथ 7 दिवसीय इम्यूनिटी शिविर की शुरुआत हुई।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर करतार सिंह ने ध्वजारोहण करके कार्यक्रम की शुरुआत की व आमजन से घर घर तिरंगा फहराकर आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी हेमराज पेरडिवाल ने अमृत महोत्सव के तहत लोगों को स्वास्थ्य स्वावलंबन व निरोगी जीवन जीने के लिए आयुर्वेद अपनाने का आह्वान किया। पीएमओ डॉ सुनील कुशवाह ने बताया कि इस अवसर पर अतिथियों इम्यूनोबूस्टर किट, निरोगी बूंदी, बेहतरीन बूंदी संबंधी स्वास्थय साहित्य का विमोचन भी किया। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी वाई बी सिंह, आरोग्य समिति के विठ्ठल सनाढ्य, चंद्र प्रकाश सेठी,केसी वर्मा, डॉ विजैंद्र मीणा, कंपाउंडर रामप्रकाश वर्मा, शबनम परवीन,वर्षा रानी, जाकिर हुसैन मौजूद रहे।
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत चरक जयंती से धनवंतरी सप्ताह तक जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी द्वारा चलाए जा रहे 75 दिवसीय पंचकर्म चिकित्सा शिविर के तहत देश & प्रदेश के विभिन्न क्षैत्रों से आकर उपचार करा रहे रोगियों से फीडबैक प्राप्त किए। चरक जयंती 2 अगस्त से शुरू हुये पंचकर्म चिकित्सा शिविर में अब तक 3 देशों व देश के 6 राज्यों व 13 जिलों के 1103 रोगी लाभान्वित हो चुके हैं। इस अवसर पर सभी आगंतुकों व रोगियों को इम्यूनोबूस्टर क्वाथ भी पिलाया गया। पंचकर्म चिकित्सा शिविर में रोगियों द्वारा एडीएम & एसडीएम को दिये फीडबैक 1, दिल्ली से आई सावित्री देवी ने बताया कि वो पिछले 6 महीनों से नसों की समस्या से पीड़ित थी व खड़ा रहने में भी असमर्थ थी तथा कई जगह इलाज कराने के बाद भी आराम नहीं मिलने से निराश थी, यहां 3 दिनों के पंचकर्म उपचार के बाद 70% तक राहत महसूस कर रही हैं व खड़ा रह पा रही है 2. झालावाड़ से आये 54 वर्षीय राजेंद्र शर्मा को भी 5 दिनों के पंचकर्म चिकित्सा के बाद सर्वाइकल स्पौंडाइलोसिस की अपनी 8 साल पुरानी बिमारी में काफी आराम मिला है 3. 15 साल से गठिया से पीड़ित रमेशचंद्र को भी 5 दिनों के पंचकर्म उपचार के बाद काफी आराम मिला है। 4. कोटा से आई 41 वर्षीय आशा को 6 दिनों की पंचकर्म चिकित्सा के बाद अपने 5साल पुरानी कमरदर्द की समस्या में 50% से अधिक सुधार महसूस हुआ है। 5.हिंडोली से आये बाबूलाल को केवल 3 दिनों की पंचकर्म चिकित्सा द्वारा अपनी 4साल पुरानी कमरदर्द की समस्या से 70% सुधार महसूस हुआ है।इस शिविर में अभी असम,दिल्ली, गुजरात,पंजाब, मध्यप्रदेश व राजस्थान के बूंदी,कोटा, भीलवाड़ा, झालावाड़, जयपुर, अजमेर,टोंक, सवाईमाधोपुर आदि जिलों के रोगी उपचारित हो रहे हैं। शिविर के निरीक्षण के बाद एडीएम व एसडीएम ने जिला आयुर्वेद चिकित्सालय बूंदी द्वारा आमजन को प्रदान की जा रही प्रभावी चिकित्सा सुविधाओं की सराहना की व सुविधाओं के विस्तार के लिए जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।