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इक़रा पब्लिक स्कूल ब्यावर में हुआ शौक सभा का आयोजन
ब्यावर (मातृभूमि न्यूज़)। शुक्रवार की रात को जमाअते इस्लामी हिन्द के भूतपूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना जलालुद्दीन उमरी का दिल्ली के अल शिफा हॉस्पिटल में इंतेक़ाल हो गया। जिसकी वजह से शनिवार को इक़रा पब्लिक स्कूल ब्यावर, ज़िला-अजमेर में जमाअते इस्लामी हिन्द,ज़िला-अजमेर, पाली व राजसमन्द की तरफ़ से एक ताज़ियाती(शौक सभा) कार्यक्रम रखा गया। इस मौके पर संयोजक मुमताज़ अली ने उनकी गायबाना नमाज़े जनाज़ा पढ़ाई व दुआए मगफ़िरत भी की। इस मौके पर मेहबूब खान डायरेक्टर इक़रा एज्युकेशन सोसाइटी ब्यावर ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मौलाना जलालुद्दीन उमरी साहब 1935 में कर्नाटक राज्य में पैदा हुए। उनकी शिक्षा की शुरुआत जामिया दारूल इस्लाम उमराबाद से हुई और सन 1954 में फ़ज़ीलत की डिग्री हासिल की। मद्रास यूनिवर्सिटी से फ़ारसी में मुन्शी फ़ाज़िल डिग्री व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से इंग्लिश लेटिचर में बी. ए. किया, उसके बाद मौलाना रामपुर यूपी चले गए। पहले जमाअते इस्लामी मर्कज वहां था। वहां जाने के बाद एक विभाग था तसनीफ़ उसकी ज़िम्मेदारी मौलाना को मिली । फिर इस विभाग को सन्1970 में अलीगढ़ यूपी कायम कर दिया तो मौलाना वहां चले गए और आपको इस इदारे का सचिव बना दिया सन् 2001तक यह ज़िम्मेदारी रही। उसके बाद जमाअत ही की एक मासिक पत्रिका निकलती है ज़िंदगी-ए- नो उसके एडिटर भी रहे चार साल। कई साल तक सेन्ट्रल कमेटी मेम्बर भी रहे। सन1990 से 2007 तक जमाअते इस्लामी हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे। उसके बाद 2019 मार्च तक ऑल इण्डिया अध्यक्ष भी रहे। अभी शरिया कोन्सिल चैयरमैन थे। तकरीबन इस्लाम पर पचास पुस्तकें लिखी हैं जिनका अनुवाद अरबी, इंग्लिश, गुजराती, हिन्दी, तमिल, मलयालम, कन्नड़, तेलगु, मराठी, बंगला इत्यादि भाषाओं में हुआ।