केंद्र सरकार के पशुपालन व डेयरी विभाग और राष्ट्रीय पशुधन मिशन के उद्यमिता विकास कार्यक्रम के तहत पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान में 1500 नए प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे. पशुपालन एक्टिविटी के लिए सरकार 50 लाख तक अनुदान भी देगी. इसके लिए इच्छुक उद्यमियों से ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं. आप पोल्ट्रीफार्म, मेमना और शुकर उत्पादन के अलावा चारा उद्यमिता प्लांट की स्थापना सहित अन्य पशुपालन गतिविधियों के लिए आवेदन कर सकते हैं. सरकार ने प्रत्येक जिले में 50 नए प्रोजेक्ट स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है.

प्रस्तावित योजना के तहत पात्र उद्यमियों को लागत पूंजी का 50 फीसदी हिस्सा SIDBI की ओर से अनुदान के रूप में दो समान किश्तों में दिया जाएगा. अनुदान की अधिकतम सीमा उद्यम के अनुसार अलग-अलग तय की गई है, जो 25 से 50 लाख के बीच होगी. प्रोजेक्ट लगाने के लिए आवेदक निजी व्यक्ति, स्वयं सहायता समूह, कृषक सहकारी संगठन (एफ.सी.ओ.), कृषक उत्पादक संगठन (एफ.पी.ओ), संयुक्त देयता समूह (जेएलजी), धारा 8 के अन्तर्गत पंजीकृत कम्पनियां (गैर लाभकारी) आवेदन कर सकती है.

आवेदन के लिए योग्यता

आवेदन की योग्यता के तहत वही आवेदन कर सकता है जो संबंधित उद्यम के क्षेत्र में कार्य करने का अनुभव और प्रशिक्षण लिया हो. इसके अलावा बैंक से ऋण स्वीकृति की पात्रता रखता हो. स्वयं की भूमि अथवा लीज पर भूमि उपलब्ध हो. केवाईसी से संबंधित सभी दस्तावेज उपलब्ध हों.

ऐसे करना होगा आवेदन

भारत सरकार के पोर्टल www.nlm.udyamitra.in पर ऑनलाइन आवेदन और विस्तृत जानकारी प्राप्त की जा सकती है. सभी आवश्यक दस्तावेज-आवेदक का पेनकार्ड, यदि कंपनी हो तो जीएसटी पंजीकरण प्रमाण-पत्र, निगमन प्रमाण-पत्र, यदि पार्टनरशिप फर्म हो तो पार्टनरशिप डीड, पते का प्रमाण-पत्र, यदि लागू हो तो गत तीन वर्ष का आयकर विवरण, गत छः माह का बैंक स्टेटमेन्ट, कैंसल चेक और बैंकमेन्डेट फॉर्म, विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट, भूमि दस्तावेज, प्रोजेक्ट स्थल का फोटोग्राफ, आवेदक की हिस्सा राशि का प्रमाण-पत्र, संबंद्ध किसानों का विवरण, प्रोजेक्ट स्थल की जीआई, ऑनलाइन अपलोड किए जाने वाले समस्त दस्तावेज आवेदक द्वारा सेल्फ अटेस्टेड होने चाहिए. ये सभी डॉक्यूमेंट आवेदन के साथ इसी पोर्टल पर अपलोड करने होंगे. आवेदक को आवेदन पत्र की जानकारी पोर्टल के माध्यम से ज्ञात होती रहती है.

एक हजार पोल्ट्री पक्षियों के पेरेन्ट फार्म की स्थापना, चूजों के उत्पादन के लिए हैचरी और चूजों के पालन-पोषण के लिए ब्रूडर मदर इकाई, मेमनों के उत्पादन के लिए 500 मादा और 25 नर भेड़ या बकरी के प्रजनन फार्म, शुकर उत्पादन के लिय 100 मादा और 10 नर शुकर के प्रजनन फार्म, चारा उद्यमिता के तहत साईलेज चारा ब्लॉक बनाने की इकाई और कुल मिश्रित राशन (टी.एम.आर.) के लिए संयत्रों की स्थापना के लिए आवेदन मांगे गए हैं.

नेशनल लाइव स्टॉक मिशन के तहत आयोजित उद्यमिता विकास कार्यक्रम में करीब 1500 उद्यम स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है. प्रदेश के प्रत्येक जिले में योजना के तहत 50 उद्यम स्थापित किए जाएंगे. योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

%d bloggers like this: