उपेन्द्र सुमन
कवाई (मातृभूमि न्यूज़)। कवाई कस्बे में थाने के पीछे लाखों रुपए की लागत से बना पशु चिकित्सालय को करीबन एक साल हो गया परंतु अनदेखी के चलते पड़ा है खाली जर्जर चिकित्सालय में ही कर रहे है पशुओं का इलाज पशु चिकित्सकों सहित पशुपालकों को भी भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
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पशु चिकित्सा अधिकारी भरत मीणा व पशुधन प्रसार अधिकारी लखन मीणा ने बताया प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय कवाई वर्षों से मात्र दो कमरों में चल रहा है दस पशु चिकत्सा संस्थाओं का तरल नाइट्रोजन फीडिंग सेंटर और प्रथम श्रेणी होने के कारण उक्त जगह अपर्याप्त है स्टाफ और उपकरणों के संधारण हेतु पर्याप्त जगह नहीं है जो पुराना चिकित्सालय है पूर्ण तरीके से जर्जर हो रहा है बरसात के दिनों में छतों से पानी टपकने लग जाता है डॉक्यूमेंट, मेडिसिन व उपकरण भीगते हैं जिसके कारण पशु चिकित्सा कार्य प्रभावित होता है तथा पशुपालक को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है कृषि विपणन बोर्ड द्वारा बनाए गए नए पशुचिकित्सालय भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हुए एक वर्ष होने के बावजूद अभी तक हस्तांतरित नहीं किया जा रहा, पशुचिकत्सा अधिकारी कवाई ने कई बार उच्चाधिकारियों, सहायक अभियंता व अधिशाषी अभियंता को इस को लेकर कई बार करवाया लेकिन किसी में इस ओर ध्यान नहीं दिया अभियंता ठेकेदार को नई बिल्डिंग की कमियों को दुरुस्त करवा कर सुपुर्द करने बाबत रिमांइडर दे रहे हैं न ही ठेकेदार छुटपुट बचे कार्य को पूर्ण कर भवन की सुपुर्दगी में दिलचस्पी दिखा रहा है अभी तक भवन के विद्युत कनेक्शन का डिमांड नोट भी कृषि विपणन बोर्ड द्वारा नहीं जमा किया गया है कृषि विपणन बोर्ड वाले इस मामले को और पशुचिकित्सालय प्रभारी के पत्राचार को गंभीरता से नहीं ले रहे। इस मामले में सुरेंद्र गुप्ता ठेकेदार ने बताया कि पशु चिकित्सालय हमारी तरफ से कंप्लीट है उस में करीबन एक लाख रुपए की चोरी हो गई थी उसमें फनके कूलर वह कई अन्य सामानों की चोरी हो गई थी जिसकी कवाई थाने में एफआइआर भी दर्ज कराई थी गई थी पुलिस ने चोरों को पकड़ चोरों के कब्जे से दो फनके ही जप्त किए अन्य सामान अभी तक जप्त नहीं हुए उसमें अभी बिजली का कनेक्शन भी नहीं हुआ इसकी जिम्मेदारी हमारी नहीं होती।