मरीज मिलने पर की जा रही है आवश्यक गतिविधियां, कंट्रोल रूम स्थापित

राजेश खोईवाल

बून्दी (मातृभूमि न्यूज)। मौसमी बीमारियों की आशंका के बीच जिले में डेंगू के मरीज आने से विभाग ने अलर्ट जारी किया है। वहीं सामान्य बुखार आदि के मरीज भी आ रहे हैं, जिसके चलते विभाग ने सभी अधिकारियों व कार्मिकों को पाबंद किया है कि वे बुखार आदि के मरीजों की गंभीरता से जांच करें एवं डेंगू, मलेरिया, कोविड आदि की लक्षण अनुसार जांच करवाएं ताकि मरीज का सही उपचार किया जा सके। वहीं विभाग ने जिलास्तरीय कंट्रोल रूम (0747-2442895) स्थापित किया है।

सीएमएचओ डॉ. ओ पी सामर ने बताया कि बारिश के बाद और पानी के ठहराव के चलते मच्छर जनित बीमारियों की आशंका पहले ही जताई थी और अब मरीज सामने आ रहे हैं। विभाग ने पूर्व में मौसमी बीमारियों से संबंधित आवश्यक गतिविधियां शुरू कर दी थी लेकिन अब फिर से विभागीय अलर्ट जारी कर हर केस में गंभीरता बरतने के निर्देश दिए हैं। वहीं आमजन से अपील की है कि वे सावधानी बरतें, मच्छरों को पनपने न दें एवं नियमित रूप से साफ-सफाई करें ताकि बीमारियों को रोका जा सके। घर में रखे गमले, मटके, छतों पर अनावश्यक पड़े टायर, कबाड़ आदि में मच्छर पनपते हैं। बेम्बू, बोतल आदि में लगे पौधों में भी लार्वा पैदा हो जाते हैं, इनके पानी को सप्ताह में दो बार अवश्य बदलें। नियमित रूप से सफाई अभियान घर में भी चलाएं। घरों के आस-पास भी पानी एकत्रित न होने दें, जहां पानी ठहरा है वहां संबंधित कार्मिकों को सूचना देकर आवश्यक गतिविधियां करवाएं। कूलर व फ्रीज के पीछे लगी ट्रे को नियमित रूप से साफ करें। सितंबर माह में अब तक पांच डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं, जिनके घरों के आस-पास करीब पचास से अधिक घरों में एंटीलार्वल गतिविधियां करवाई जा रही है और बुखार वाले मरीजों के सैंपल लिए जा रहे हैं। वहीं उन्हें जागरूक किया जा रहा है ताकि अन्य लोगों में मौसमी बीमारियां न फैले।  

ये हैं डेंगू के लक्षण- डिप्टी सीएमएचओ डॉ. कमलेश शर्मा ने बताया कि डेंगू के शुरुआती लक्षणों में रोगी को तेज ठंड लगती है, भूख कम लगती है, सिरदर्द, कमरदर्द, चमड़ी के नीचे लाल धब्बे होना और आंखों में तेज दर्द हो सकता है। इसके साथ ही उसे लगातार तेज बुखार रहता है। इसके अलावा जोड़ों में दर्द, बेचैनी, उल्टी, लो ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। चूंकि डेंगू वायरस के कारण होता है इसलिए इसका उपचार किसी एक तरह से संभव नहीं है। ऐसे में जरूरी है कि इन लक्षणों को पहचानकर व्यक्ति बिना देरी के चिकित्सक से मिले और इसका उपचार करवाए। इस दौरान अधिक से अधिक पानी व पेय पदार्थ लेना चाहिए और आराम करना जरूरी है। बुखार होने पर केवल पेरासिटामोल लें और तुरंत चिकित्सक को दिखाएं और झोलाछाप लोगों के पास जाने से परहेज करें।

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