दुष्यंत सिंह गहलोत
कोटा (मातृभूमि न्यूज़)। विश्वविद्यालय के विद्यर्थियो को नवाचार से जोड़ने एवं नए-नए आइडिया को मूर्त देने के लिए सम्बद्ध महाविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं को अत्याधुनिक नई तकनीक एवं उच्च तकनीक से संबंधित नवाचार करने के कई और अवसर प्रदान किए जाएंगे नवाचारों को पेटेंट भी विश्वविद्यालय स्तर पर मुहैया करवाया जाएगा। आइडिया लैब स्कीम के तहत छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया जाना है। साथ ही नयी शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को अप टू डेट रखना है। इससे नई शिक्षा नीति के अनुसार विद्यार्थियों को प्रेक्टिकल ज्ञान पर आधारित शिक्षा मिल सकेगी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा हाल ही मिले प्रोजेक्ट आईडिया लैब से विश्वविद्यालय के छात्र एवं छात्राओं को तकनीक के माध्यम से खूब गतिविधियां सीखने को मिलेंगी।
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जानिए आइडिया लैब के बारे में- आइडिया लैब राज्य में अपनी तरह की पहली लैब है। एआईसीटीई ने विशेष रूप से एआईसीटीई-अनुमोदित संस्थानों में आइडिया (आइडिया डेवलपमेंट, इवैल्यूएशन एंड एप्लीकेशन) लैब की स्थापना की है, ताकि छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित के बुनियादी सिद्धांतों का व्यवहारिक अनुभव हो। आईडिया लैब इंजीनियरिंग स्नातकों को अधिक कल्पनाशील और रचनात्मक रूप में ढालेगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों के नवाचार को बढ़ावा देना एवं एक विचार को एक प्रोटोटाइप में बदलने के लिए एक छत के नीचे सभी सुविधाएं प्रदान करना हैं। इस लैब की स्थापना का उदेश्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इंजीनियरिंग के मूल सिद्धांतों के अनुप्रयोग के लिए छात्रों को प्रोत्साहित करना, इंजीनियरिंग छात्रों को अधिक जिज्ञासु, कल्पनाशील और रचनात्मक बनाना हैं।
प्रतिभागियों के विचार- तनवीर सिंह गागा, सहायक प्राध्यापक, महावीर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलोजी एंड साइंस, जाडन- शिक्षको हेतु आयोजित यह कार्यशाला अवश्य ही फायदेमंद होगी, विद्यार्थिओं को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग के बुनियादी सिद्धांतों को समझाने और प्रयोग करके व्यवहारिक अनुभव प्राप्त करने के उद्देश्य से बीटीयू की आईडिया लैब की स्थापना शोध और अनुसन्धान की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। इस लैब की स्थापना से छात्रों को रिसर्च एवं इनोवेशन के लिए बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध होंगी और सुविधाओं का उपयोग दूरस्थ अंचल के छात्र-छात्राएं भी कर सकेंगे, ताकि वे सर्वांगीण विकास में अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी निभा सकें।