दुष्यंत सिंह गहलोत

कोटा (मातृभूमि न्यूज़)। आश्रम रोड,भवानी मंडी,निवासी श्री राजू मीणा (51 वर्ष) का कल शाम हृदयाघात से आकस्मिक निधन हो गया,उनके निधन की सूचना पूरे मौहल्ले और पास ही रह रहे लोकेश पोद्दार को भी मिली । राजू जी का परिवार ज्यादा शिक्षित परिवार नहीं था, वह मकान बनाने का कारीगर का काम करते थे,परंतु सामाजिक कार्यों के प्रति परिवार के सभी सदस्य हमेशा तैयार रहते थे । यही सोच के साथ लोकेश जी और शाइन इंडिया फाउंडेशन के ज्योति मित्र कमलेश दलाल जी ने परिवार के सदस्यों से नेत्रदान करवाने की बात की । राजू जी के छोटे भाई सूरज और बेटे अर्जुन की सहमति मिलने के बाद कमलेश जी ने शाइन इंडिया फाउंडेशन, कोटा के डॉ कुलवंत गौड़ को नेत्रदान लेने आने के लिए संपर्क किया । कोटा से डॉ गौड़ ट्रेन से भवानीमंडी आने के लिए रवाना हुए तो, अचानक कोटा का मौसम तेज आँधी, तूफ़ान और धुआंधार बारिश में बदल गया,मौसम बिगड़ता देखकर ज्यादातर लोग अपने घरों में या दुकान में जहाँ थे,वहीं रुक गये । वापस भवानी मंडी से आने के लिए ट्रेन की व्यवस्था न होने के कारण,डॉ गौड़ ने कार से जाने का निर्णय किया । भंयकर आंधी,तूफान और बारिश को देख कर डॉ गौड़ की माता जी ने वापस घर आने के लिए कई बार कॉल किया, परंतु उन्होंने माँ को यही कहा कि,अब जब एक पुण्य कार्य के लिये निकल चुके हैं,तो अब नेत्रदान लेकर ही घर पहुंचेंगे ।  8:00 बजे भवानी मंडी पहुंचने के उपरांत नेत्रदान की प्रक्रिया संपन्न हुई,उसके बाद बारिश में भीगे हुए धीरे-धीरे कार ड्राइव करते हुए डॉ गौड़ रात 11:00 बजे कोटा पहुंचे । पूरे रास्ते में हाइवे के रोड पर एक फुट से ज्यादा पानी था,पर सभी बाधाओं को पार करके नेत्रदान लेने के पीछे,लक्ष्य बड़ा यह था कि,इन आँखों से किसी दो दृष्टिहीन व्यक्तियों को रौशनी मिल सकेगी । ज्ञात हो कि,शाइन इंडिया फाउंडेशन के प्रयासों के उपरांत आज भवानी मंडी में 69 जोड़ी पुण्य आत्माओं के नेत्रदान का संकलन किया गया है । कोटा संभाग में नैत्रदान के कार्य में भवानीमंडी अन्य शहर जैसे बूंदी,बाराँ,रामगंजमंडी से ज्यादा अग्रणी है।

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