राजेश खोईवाल
बूंदी (मातृभूमि न्युज)। बूंदी गोपाल गौ सेवा संस्थान से जुड़े गोभक्तों ने बूंदी दौरे पर आए जिला प्रभारी सचिव कुंजीलाल मीणा को ज्ञापन सौंप कर पशु चिकित्सालय परिसर में निवासरत असहाय, घायल एवं उपचाररत गोवंश को परिसर से बाहर नहीं निकालने के मामले में न्यायालय द्वारा स्थगन आदेश देने के बावजूद पशुपालन विभाग के हटधर्मी कार्मिकों द्वारा उपचाररत एवं घायल गोवंश को जबरन पशु चिकित्सालय परिसर से बाहर निकालने के मामले में हस्तक्षेप कर न्यायालय के आदेशों की पालना करवाने की मांग की।
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गौभक्त गोपाल माहेश्वरी ने कहा कि वह साथी गोभक्तों के साथ मिलकर पशु चिकित्सालय परिसर में लाये जाने वाले असहाय निराश्रित घायल बीमार गोवंशो की देखभाल कर गत कई वर्षों से सेवा कर रहे है परन्तु गत माह से संयुक्त निदेशक रामलाल द्वारा उक्त परिसर में निर्माण कार्य का हवाला देकर जबरन उपचारत गंम्भीर घायल गौवंशों को परिसर से बेदखल करने पर आमादा है तथा क्षमता से अधिक गोवंश मौजूद होने के बावजूद उन्ही गौशालाओं में उक्त गौवंशो को जबरन शिफ्ट किया जाकर पशु क्रूरता की जा रही है। माहेश्वरी ने बताया कि गोपाल गौसेवा संस्थान द्वारा जर्ये अध्यक्ष प्रहलाद मीणा सिविल न्यायालय मे एक प्रार्थना पत्र पेश कर नगर परिषद द्वारा उचित व्यवस्था नही करने तक गौवंशो को पशु चिकित्सालय परिसर से नहीं हटाने का निवेदन किया था जिसे माननीय न्यायालय द्वारा स्वीकार फरमाकर 6 मई 2024 को स्थगन आदेश (अस्थायी निषेधाज्ञा) दिया गया है। गौ भक्तों ने बताया कि न्यायालय के आदेश की प्रति प्रेषित कर संयुक्त निदेशक पशुपालन विभाग को अवगत करा दिया गया इसके बावजुद संयुक्त निदेशक अपनी हटधर्मिता पर अडा हुआ है तथा चिकित्सालय परिसर में उपचाररत गोवंशो को उक्त परिसर से बेदखल किया जा रहा है। गौवंशो को आये दिन बाहर निकाल कर गेट पर रस्सी बांध दी जाती है व गोवंशो की सेवा करने हेतु जाने वाले गौ सेवको को भी परिसर में नहीं आने हेतु धमकाया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश माधवानी, पार्षद मनीष सिंह सिसोदिया, मुकेश गोस्वामी आदि गौ भक्तों ने मांग की है कि पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक तथा जिला कलेक्टर को निर्देश देकर न्यायालय के निर्देशों की पालना के लिए पाबंद किया जाए।