ग्रामीण महिला ने गांव से कोटा आकर की एसडीपी डोनेट, बनी रक्तविरांगना

दुष्यंत सिंह गहलोत

कोटा (मातृभूमि न्यूज़)। कोटा में एसडीपी कर लोगों की जान बचाने के लिए लोग भले ही तैयार रहते हैं, समाज सेवा का भाव उन्हें हर समय तत्पर रखता है, जिसमें सारथी की भूमिका हमेशा टीम जीवनदाता निभाती चली आ रही है।  ऐसे में कई लोगों की जान बचाई वहीं कई लोगों की मदद कर नए वालियंटियर भी स्वत: ही तैयार हो रहे हैं। लेकिन जब एक महिला द्वारा एसडीपी डोनेशन की बात की जाए तो आंकडा बेहद कम है। कोटा में महज 8 से 10 महिलाएं ही होंगी जो एसडीपी के लिए नियमित आगे आती है। बुधवार को एक ग्रामीण महिला ने कोटा आकर एसडीपी कर प्रेरणा की बड़ी मिसाल बनी।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि निजी अस्पताल में भर्ती मरीज की प्लेटलेट गिरती जा रही थी, मात्र दो हजार प्लेटलेट रहने के बाद परिजन चिंतित हो गए, और हजारों लोगों तक मैसेज भेजा गया। उनमें से एक मां कर्मजीत कौर इंसा ने जब ये वायरल मैसेज पढा तो पति से एसडीपी डोनेशन की इच्छा जाहिर की, हालाकी बुधवार को उनके बेटे कूलवेश सिंह इंसा का जन्म दिवस था, जिसके लिए वे शोपिंग करने सीमलिया के पास गांव प्रेमपुरा से कोटा आए थे। ये कृषक परिवार गुरमित राम रहीम का भक्त है, जहां से मानव सेवा उनके अंदर कूट-कूट कर भरी है। उन्होंने इस उत्तम समय को हाथ से नहीं जाने दिया और बेटे के जन्मदिवस पर मां ने अनजान रिश्ते के लिए एसडीपी डोनेट की। उनके साथ उनके पति नियमित डोनर गुरूदीप सिंह, बेटा कुलवेश सिंह भी साथ रहे। इस अवसर पर कर्मजीत कौर ने कहा कि यदि महिलाएं थोडी सी हिम्मत करें तो दूसरे की जान बचाने का पुण्य प्राप्त कर सकती हैं। महिलाओं के एसडीपी डोनेशन में आगे आने से पूरा परिवार इस इंसानियत के काम में जुड़ जायेगा। उन्होंने कहा कि टीम जीवनदाता का प्रयास किसी के जीवन को बचाने के लिए निरंतर जारी रहता है। इस अवसर पर मोनी शारदा, सोनू मीणा और राहुल खिंची का सहयोग रहा।

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