अमित अग्रवाल
चौमहला (मातृभूमि न्यूज)। झालावाड़ जिले के गंगधार उपखंड क्षेत्र के श्री नागेश्वर पार्श्वनाथ जैन तीर्थ में श्री पार्श्वनाथ प्रभु के जन्म दीक्षा कल्याणक महोत्सव का तीन दिवसीय आयोजन 17 दिसंबर से प्रारंभ होगा । महोत्सव के दौरान तीर्थ स्थल पर आकर अठम तप ( तीन दिवसीय उपवास ) की तपस्या करने वाले तपस्वीयों का धारणा आज सांयकाल में होगा, जिसमें अट्ठम तप करने वाले तपस्वी भाग लेंगे ।
प.पू. आचार्य देव श्री प्रेम भुवनभानुसूरिजी मसा के समुदायवर्ति मालव विभूषण , परम पूज्य अनुयोगाचार्य प्रवर श्री वीररत्नविजयजी म.सा. एवं पूज्य आचार्य देव श्री विजय पदमभूषणरत्न सूरीश्वरजी म.सा. आदि ठाणा की निश्रा में उक्त त्रिदिवसीय महोत्सव आयोजित होगा , जिसमें आगमोद्धारक श्री के समुदायवर्ति अनुयोगाचार्य अपुर्वचन्द्रसागरजी म.सा सहीत परम पूज्य साध्वी श्री भक्तिरेखाश्रीजी म.सा. श्री अर्चपूर्णाश्रीजी म . सा ., श्री शुद्धिप्रसन्नाश्रीजी म.सा. श्री कुसुमलताश्रीजी म.सा. आदि साधु साध्वी उपस्थित रहेंगे।
ज्ञात हो कि महोत्सव के आयोजन का लाभ डोंबिवली नागेश्वर पुनम मण्डल, मुम्बई ने लिया है। महोत्सव के आयोजन के लिए तीर्थ स्थल पर व्यापक तैयारीयां की जा रही है।
कार्यक्रम के अन्तर्गत 17 दिसंबर को भगवान का च्यवन कल्याणक महोत्सव एवं श्री वर्धमान शक्रस्तव महाभिषेक होगा। तत्पश्चात भगवान की अंगरचना एव सांयकाल में भक्ति संध्या होगी, 18 दिसंबर को मुख्यरूप से भगवान का जन्म कल्याणक महोत्सव आयोजित होगा जिसके तहत रथयात्रा निकाली जावेगी। जिसमें भव्य रथ, इन्द्रध्वजा, हार्थी घोडे, बग्गी एवं बैड बाजे आदि शामिल होगें, इस अवसर पर संपूर्ण समाज का साधर्मिक वात्सल्य आयोजित किया जावेगा। महोत्सव में तीसरे दिन 19 दिसंबर को भगवान के दीक्षा कल्याणक के अवसर पर स्नात्र महोत्सव , अंगचरचना एवं भक्तिभावना होगी। प्रसिद्ध संगीतकारों द्वारा भक्ति संगीत का समधुर कार्यक्रम प्रस्तुत किया जायेगा । भगवान के कल्याणको का संगीत के साथ मंचन किया जावेगा
तीर्थ पेढी के सचिव धर्मचंद जैन ने अपील की है कि महोत्सव के दौरान अधिक से अधिक संख्या में पधारकर अट्ठम तप आराधना का लाभ प्राप्त करें ।
महोत्सव की व्यवस्थाओं को लेकर कार्यकर्ताओं की एक बैठक हुई, श्री पार्श्वनाथ प्रभु के उक्त जन्म दीक्षा कल्याणक महोत्सव के आयोजन को लेकर कार्यकर्ताओं की एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। जिसमें आयोजक परिवार के जिग्नेश डोसी , रोहीतभाई, निर्मलभाई सहीत तीर्थ पेढी सचिव धर्मचंद जैन,ट्रस्टी अनिल देसरला व मोहनलाल जैन गौतम जैन, हंसराज जैन, चांदमल जैन, सुनिल चौपडा, सिरेमल भण्डारी, नेमीचंद जैन,अशोक जैन, विरेन्द्र डोसी, प्रदीप पारीख, राहुलरांका आदि कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर आयोजन की रूपरेखा एवं विभिन्न व्यवस्थाओं पर विचार विमर्श किया।