घर घर विराजे रिद्धि सिद्धि के दाता भगवान श्री विनायक,10 दिन रहेगी भगवान गणेशोत्सव की धूम
अमित अग्रवाल
चौमहला (मातृभूमि न्यूज)। झालावाड़ जिले के चौमहला कस्बे में दस दिवसीय श्री गणेश महोत्सव का आगाज हो गया है। श्री गणेश चतुर्थी को लेकर घट घट घर घर गणपति जी महाराज की स्थापना हुई। खासकर बच्चो में भी खासा उत्साह नजर आया।
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जिसके अंतर्गत कस्बे में सिद्वी विनायक मंडल, नवयुवक मानस मंडल, बाल गणेश मंडल, श्री कृष्णा नवयुवक मंडल, गणेश उत्सव मंडल, चिंतामन गणेश मंडल समिति बस स्टैंड व आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर कई मंडलों द्वारा गणपति जी की स्थापना विधि विधान से की गई।गणेश महोत्सव को लेकर भक्तजनों में भारी उत्साह देखने को मिला। भक्तों द्वारा शुभ मुहर्त में ढोल ढमाकों के साथ श्री गणपति बप्पा विधि विधान से पंडालों व घर घर गणेश जी की स्थापना की गई साथ ही मूर्तिया बनाने व बेचने वाले भी उत्साहित नजर आए। पूजा का महत्व -हिन्दू धर्म मे हर शुभ कार्य शुरू करने से पहले प्रथम पूज्य देवता गणपति जी की पूजा करने का विधान है। इनकी पूजा की थाली में सर्व प्रथम स्वस्तिक बनाकर पूजा सामग्री ,कुमकुम ,हल्दी गुलाल ,चावल,दूर्वा ,कपूर ,इलायची ,लोग सुपारी गंगाजल ,शहद घी ,कलावा ,मौसमी फल ,फूल माला नारियल व मोदक रखकर रिद्धि सिद्धि की कामना के साथ पूजा की जाती है। जिससे हमारे जीवन में सुख, स्मृद्धि, सफलता व सौभाग्य बना रहे। स्वस्तिक में चार भुजाएं होती है हिन्दू धर्म मे स्वतिक को श्री गणेश का प्रतीक माना जाता है इसलिए किसी भी शुभ कार्य से पहले स्वस्तिक बनाकर गणपति पूजन किया जाता है।घर के द्वार पर भी स्वस्तिक जरूर बनाना चाहिए, इसका धार्मिक महत्व के अलावा मनो वैज्ञानिक वजह भी है जब कोई घर आता है तो उसे स्वस्तिक दिखाई देता है जिससे उसे यह संदेश मिलता है कि बुरे विचारों को खत्म करे व पॉजिटिव सोच के साथ घर मे प्रवेश करे।